राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा 'नीट' मे जनपद के दो होनहार उत्तीर्ण,मानव सेवा का दोहराया संकल्प
महराजगंज टाइम्स ब्यूरो:-
जब हौसला बना लिया ऊँची उड़ान का, फिर देखना फ़िजूल है कद आसमान का!ऐसा ही कुछ कर दिखाया है जनपद के दो होनहारो ने जो मुश्किल हालात मे अपनी दृढइच्छा शक्ति से अपनी तकदीर लिख युवाओ के लिए प्रेरणा स्रोत बने है।राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा नीट मे क्वालीफाई कर चिकित्सक बनने की योग्यता हासिल की है।घुघली ब्लाक के करमही धर्मपुर निवासी ओमनारायण पटेल की पुत्री हर्षिता व सदर क्षेत्र के लखिमा थरुआ निवासी भूतपूर्व शिक्षक स्व योगेंद्र नाथ पटेल के पुत्र तन्मय देव पटेल ने चिकित्सा क्षेत्र की परीक्षा 'नीट'उत्तीर्ण कर समाज सेवा का संकल्प दोहराया।घुघली क्षेत्र के करमही धर्मपुर निवासी ओमनरायण पटेल पेशे से शिक्षामित्र है और हर्षिता की माता आंगनबाड़ी कार्यकत्री है।सघर्षो से जूझ रहे ओमनारायण ने बेटी को कोटा भेजा और हर्षिता ने अपने तीसरे प्रयास मे सफलता अर्जित कर मां बाप सहित क्षेत्र का नाम रोशन किया।हर्षिता ने 622अंक अर्जित कर कटेगरी मे 4707 व आल इंडिया में 11911रैंक अर्जित किया है।इंटर तक की शिक्षा जनपद मे हासिल कर हर्षिता ने यह साबित कर दिया कि दृढ इच्छाशक्ति हो तो पहाड़ जेसी मुश्किल भी रास्ते का धूल बन सकती है।सदर क्षेत्र के लखिमा थरुआ के भूतपूर्व शिक्षक स्व योगेंद्र नाथ के पुत्र तन्मय देव ने पिता की मृत्यु कोरोना से होने के बाद भी हिम्मत नही हारी और अपने जुनून को हथियार बनाया और कोटा मे तैयारी कर तीसरे प्रयास मे नीट की परीक्षा मे 640 अंक पाकर कटेगरी मे 2416 व आल इंडिया मे 6720 रैंक प्राप्त किया।दोनो होनहारो ने अपने प्रतिभा के बल पर यह साबित कर दिया कि हौसला हो तो पिछड़े जनपद के युवा हर मुकाम हासिल कर सकते है जो हाईटेक शहरो के बच्चे करते आ रहे हैं।नीट मे सफलता का परचम फहराने वाले दोनो होनहार ग्रामीण युवाओ के लिए प्रेरणास्रोत बन कर उभरे है जो सोचते है कि प्रतियोगिता मे सफलता हासिल करने के लिए मजबूत पारिवारिक पृष्ठभूमि और अत्याधुनिक सुविधाएं अहम है।
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